The Definitive Guide to sidh kunjika
दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि
मां भगवती के इस पाठ को करने की विधि है उसका पालन जरूर करें. आइए जानते हैं सिद्ध कुंजिका पाठ की विधि और लाभ.
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति प्रथमोऽध्यायः
पां पीं पूं पार्वती पूर्णा खां खीं खूं खेचरी तथा ।
The spouse of Shiva the goddess of speech, the goddess Kali we pray for you to carry out benevolent functions
श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तरशत नाम्स्तोत्रम्
मारणं मोहनं वश्यं स्तंभनोच्चाटनादिकम् ।
दकारादि श्री दुर्गा सहस्र नाम स्तोत्रम्
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति सप्तमोऽध्यायः
विच्चे चा ऽभयदा नित्यं, नमस्ते मन्त्ररूपिणि।।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति नवमोऽध्यायः
श्री दुर्गा अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
पाठ मात्रेण संसिद्धयेत् कुंजिका स्तोत्रमुत्तमम्।।
Another thing sidh kunjika that should be famous is usually that such a way demands challenging Sadhna and Sacrifice from anyone. At the same time, the unfavorable result with the slightest oversight is the reason that Tantrik methods of reaching God are sometimes claimed to get averted.